विधानसभा चुनाव 2023: चार जिलों के अधिकारियों ने की इंटर बॉर्डर मीटिंग तो वही रतलाम पहुंची (ITBP) आईटीबीपी सुरक्षा बल कंपनी !

विधानसभा चुनाव 2023: चार जिलों के अधिकारियों ने की इंटर बॉर्डर मीटिंग तो वही रतलाम पहुंची (ITBP) आईटीबीपी सुरक्षा बल कंपनी !

विधानसभा चुनाव 2023 /  रतलाम पहुंची सुरक्षा बल कंपनी,चार जिलों के अधिकारियों ने की बॉर्डर मीटिंग 

                    News Right:-

News Right:- आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव है और वहीं पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है वही रतलाम जिले की कुल जनसंख्या 17 लाख 17 हजार 915 है, जिसमें से इस साल पांचों विधानसभा क्षेत्रों के 1295 पोलिंग बूथों पर 1101741 मतदाता मतदान करेंगे। उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 550814 महिला और 550811 पुरुष मतदाता के हाथ रहेगा। इसमें पहली बार 18 वर्ष से अधिक उम्र के 40 हजार मतदाता भी शामिल होंगे। पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। अनावश्यक भीड़ लगाने, बिना अनुमति प्रदर्शन, आयोजनों पर कार्रवाई होगी। वही इस बार विधानचुनाव में 24 मतदान केंद्र मंदसौर जिले की सीमा से लगे है तो, 20 केंद्र राजस्थान सीमा से लगे हैं जबकि 88 संवेदनशील मतदान केंद्र रहेंगे। इन केंद्रो पर पुलिस प्रशासन विशेष नजर रखेगी। 

विधानसभा चुनाव 2023:- चार जिले के एसपी कलेक्टर की हुई इंटर बार्डर मीटिंग...... 

आपको बता दे की मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी भी तरह की कोई परेशानी नही आए और एक जिले से दूसरे जिले में अपराधी कोई अपराध कर घुस ना सके और भी मामलो को लेकर डीआईजी सहित 4 जिले आगर मालवा, रतलाम, मंदसौर, नीमच सभी जिलों से एसपी कलेक्टर के साथ मंदसौर के गांधी सागर में इंटर बार्डर मीटिंग हुई। 

रतलाम जिले में कुल 333 मतदान केंद्र को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। जिले में केवल एक बूथ को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। जहा एक बूथ ग्राम पंचायत करमदी है, जहां धार्मिक विवाद हुआ था। संवेदनशील बूथों पर केंद्रीय सुरक्षाबलों की विशेष निगरानी में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे।

मंगलवार शाम को (ITBP) आईटीबीपी के जवानों की एक कंपनी रतलाम पहुंची। स्थानीय पुलिस ने कंपनी के ठहरने आदि की व्यवस्थाएं की। इन कंपनियों की तैनाती संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में की जाएगी। कुछ दिनों में सुरक्षाबलों की और कंपनियां भी रतलाम पहुंचने की संभावना है। कंपनियों के पहुंचने के बाद इनको मतदान में विशेष ड्यूटी के लिए ट्रेनिंग का दौर शुरू होगा। विशेष दिशा निर्देश देने के बाद जवानों को मतदान स्थल पर तैनात किया जाएगा। सुरक्षाबलों के जवान मतदान केंद्रों पर राइफल्स के साथ तैनात रहेंगे। इनकी तैनाती के पीछे मुख्य कारण बूथ (capturing) कैप्चरिंग व संवेदनशील घटनाओं से निपटना है। इस बार चुनाव में जिलेभर में 333 मतदान केंद्र संवेदनशील की श्रेणी में रखे गए हैं जहां अतिरिक्त पुलिस की व्यवस्था की जाएगी।

            जिले में 25 फीसदी केंद्र संवेदनशील :-

आमतौर पर हर विधानसभा में 10 फीसदी मतदान केंद्रों को निर्वाचन आयोग संवेदनशील केंद्र मानकर अतिरिक्त बलों की व्यवस्था करता आया है। इस बार जिले में संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 25 फीसदी से ज्यादा है। जिले में 1295 मतदान केंद्रों में से 333 मतदान केंद्र इस श्रेणी में मिले हैं।