राजस्व अधिकारियों की हड़ताल की चेतावनी: क्या मध्य प्रदेश में ठप होगा सरकारी कामकाज ?

News Right: रिजवान खान , मध्य प्रदेश के राजस्व अधिकारियों ने अत्यधिक कार्यभार और संसाधनों की कमी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजस्व महाअभियान 2.0 के दौरान अधिकारियों पर बेतहाशा दबाव डाला जा रहा है, जिससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष अधिकारियों को लिखे एक पत्र में अपनी समस्याओं को गंभीरता से उठाया है। उनका कहना है कि उन्हें पर्याप्त स्टाफ, आधुनिक तकनीक और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने का समय नहीं मिल रहा है।
अपनी मांगों को पूरा न करने पर राजस्व अधिकारी सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी दी है। उनकी मांगों में स्पष्ट जॉब प्रोफाइल, अतिरिक्त वेतन, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और कार्यभार में कमी शामिल है।
राजस्व अधिकारी संघ के जिला अध्यक्ष ने कहा, "हम दिन-रात काम कर रहे हैं, लेकिन हमारे प्रयासों को नजरअंदाज किया जा रहा है। हमें कानूनी प्रक्रियाओं की अनदेखी करके लक्ष्य पूरे करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।"
सरकार से अपील की गई है कि वह राजस्व अधिकारियों की समस्याओं पर ध्यान दे और उन्हें आवश्यक संसाधन और सहयोग प्रदान करे।