नाश्ते के लालची भाजपा पार्षद की गुंडागर्जी निगम कर्मचारी से मारपीट, राजनीतिक दबाव में पुलिस ने करवाया घंटो इंतजार के बाद पुलिस ने किया प्रकरण दर्ज

रतलाम। News Right निगम के कार्यक्रम में नाश्ते के भूखे भाजपा पार्षद देरी होने पर इतने आग बबूला हो गए कि उन्होने निगम के अदने से कर्मचारी के साथ मारपीट कर डाली। मारपीट से नाराज निगम कर्मचारी लामबंद हो गए और भाजपा पार्षद पर कार्रवाई की मांग करते हुए पहले निगम और फिर अजाक थाने का घेराव कर डाला। वहीं अपराध को रोकने का दावा करने वाली पुलिस सत्ता दल के नेता पर कार्रवाई करने में पीडि़त को घंटो इंतजार करवाती रही। पुलिस ने भाजपा नेता के खिलाफ धारा मारपीटी सहित अन्य धाराओ में प्रकरण किया। वहीं शासकीय कर्मचारी से मारपीट के मामले में पुलिस अपने हाथ खिंचते हुए धारा में कंजूसी कर गई।
दरअसल रतलाम में नगर निगम के द्वारा वार्ड क्रमांक 29 में होमगार्ड कॉलोनी में 51.16 लाख की लागत से मुख्य सडक निर्माण कार्य का भूमि पूजन कार्यक्रम नवीन सांस्कृति भवन पर आयोजित किया गया था। इस दौरान वार्ड पार्षद परमानंद योगी द्वारा नाश्ते में देरी होने पर नगर निगम के कर्मचारी हेमंत बंदोडिया के साथ कमरे में ले जाकर मारपीट कर उसे जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। मारपीट से नाराज नगर निगम कर्मचारियों ने काम बंद कर निगम का घेराव कर दिया और भाजपा पार्षद परमानंद योगी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रकरण दर्ज करने की मांग की।
जब इस तरह की घटना से बारे निगमायुक्त गहरवार को बताया तो निगमायुक्त गहरवार तो निगम के कर्मचारियों पर ही भड़क गए और बोलने लगे की ज्यादा समझदार बनोगे तो सबको टर्मिनेट कर दूंगा कर्मचारियों ने निगमायुक्त का इस तरह का रवैया देख भड़क गए।
और नाराज सभी निगम कर्मचारियों के साथ अधिकारियों ने भी एकजुटता दिखाते हुए अजाक थाने पहुंचकर कार्रवाई की मांग की। वहीं पुलिस द्वारा सत्तारूड़ी पार्षद के खिलाफ न तो तत्काल कोई एक्शन लिया और न ही एकदम से कोई कार्यवाही करी। पुलिस का रवैया देख नाराज निगम के सभी कर्मचारी और अधिकारी थाने परिसर में ही कार्रवाई की मांग को लेकर अड़ गए।
इस दौरान मोजूद डिप्टी कमिश्नर विकास सोलंकी ने कहा की हमको भले ही सुबह से शाम हो जाए हम कार्रवाइ होने के बाद ही यहा से जाएंगे। शहर में काम भी बंद रखना पड़े वो भी रखेंगे लेकिन एफआईआर की कॉपी ही लेकर ही जाएंगे।
आपको बता दे कि सत्तारूड़ी पार्षद परमानंद योगी के पक्ष में भाजपा के वरिष्ठ नेता भगतसिंह भदौरिया और प्रदीप उपाध्याय भी थाने पहुंचे, और नाराज निगम कर्मचारियों से बात की, लेकिन उनकी दाल नही गली तो वे चलते बने।
सूचना मिलने पर स्टेशन रोड थाना प्रभारी किशोर पाटनवाला भी अजाक थाने पर पहुंच गए । और अजाक थाना प्रभारी निर्भयसिंह भूरिया और अजाक डीएसपी से चर्चा करते रहे। इस दौरान घंटो पीडि़त हेमंत और निगम कर्मचारियों को इंतजार करना पड़ा। जब निगम कर्मचारियों की एकजुटता दिखाई दी तो पुलिस ने आरोपी भाजपा पार्षद परमानंद योगी के खिलाफ 323, 294, 506, सहित एससीएसटी एक्ट में प्रकरण दर्ज कर लिया। प्रकरण दर्ज होने के बाद ही निगम कर्मचारी थाने से वापस काम पर लौटे।