"बेटियां बोझ नहीं: दाहोद के सामूहिक निकाह ने समाज को दी नई सोच"

News Right गुजरात,12 जनवरी 2025। दाहोद के परेल स्थित जूनियर रेलवे इंस्टीट्यूट में रविवार को एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक सामूहिक निकाह समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन ऑल इंडिया अब्बासी वेलफेयर एसोसिएशन और शेख जमीयतुल अब्बास भिस्ती बिरादरी समाज कल्याण समिति द्वारा किया गया। समारोह में 11 बेटियों ने एक साथ शादी के पवित्र बंधन में बंधकर न केवल अपने जीवन की नई शुरुआत की, बल्कि समाज को, समानता और सहयोग का मजबूत संदेश दिया।
शहर काज़ी और मौलानाओं पढ़ाया निकाह:
दाहोद शहर काज़ी और मौलानाओं द्वारा सभी 11दूल्हा दुल्हन के जोड़ो को पहले कलमा पढ़ाया और उसके बाद निकाह कुबूल की रस्म अदा करवाई।
समाज को अनावश्यक खर्चों से बचाने की पहल:
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में महंगी शादियों और अनावश्यक खर्चों की प्रथा को खत्म करना था। सामूहिक निकाह के माध्यम से यह दिखाया गया कि सादगीपूर्ण तरीके से भी शादियों को गरिमामय बनाया जा सकता है। गरीब परिवारों को विवाह के बोझ से बचाने और बेटियों को सम्मानपूर्वक विदा करने की इस पहल ने सभी का दिल जीत लिया।
कन्यादान में दी गई उपयोगी वस्तुएं:
हर बेटी को शादी के बाद उनके नए जीवन को सरल बनाने के लिए घर में काम आने वाली आवश्यक वस्तुएं दी गईं। इनमें किचन सेट, बिस्तर, गद्दा, ड्रेसिंग टेबल, बैग, कपड़े और सिलाई मशीन शामिल थीं। यह न केवल बेटियों के लिए सहायता थी, बल्कि उनके परिवारों के लिए भी एक बड़ी राहत साबित हुई।
भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरणा देने वाला कार्यक्रम:
इस सामूहिक निकाह सम्मेलन ने यह संदेश दिया कि बेटियां किसी भी तरह से परिवार पर बोझ नहीं हैं। महंगी शादियों के स्थान पर ऐसे कार्यक्रम युवाओं को अपनी ऊर्जा और संसाधन बच्चों की शिक्षा और उनके उज्ज्वल भविष्य पर लगाने की प्रेरणा देते हैं। समारोह ने इस सोच को बल दिया कि शादी का असली महत्व रिश्तों की पवित्रता और सादगी में है, न कि बाहरी दिखावे में।
इस आयोजन में देशभर के कई वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसे समाज सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। सामूहिक निकाह सम्मेलन के बाद सभी जोड़ों और मेहमानों के लिए सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया।
सफल आयोजन, प्रेरणादायक संदेश:
दाहोद का यह सामूहिक निकाह सम्मेलन कार्यक्रम न केवल 11 परिवारों के लिए खुशी और राहत लेकर आया, बल्कि समाज को यह सिखाया कि एकता और सहयोग से बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। यह आयोजन सादगी, समानता और सेवा की अनमोल मिसाल बनकर उभरा।