रतलाम में आरटीआई कार्यकर्ता मितेश भरकुंदिया पर हमला: प्रशासन की जिम्मेदारियों पर उठे सवाल

रतलाम में आरटीआई कार्यकर्ता मितेश भरकुंदिया पर हमला: प्रशासन की जिम्मेदारियों पर उठे सवाल

News Right:- रतलाम में सूचना के अधिकार (आरटीआई) एक्टिविस्ट एवं सामाजिक कार्यकर्ता मितेश भरकुंदिया पर कल रात एक प्राणघातक हमला हुआ। जानकारी अनुसार के यह हमला जवाहर नगर क्षेत्र में पूर्व के एक अवैध तबेले के संचालक सूरज गुर्जर उर्फ़ अज्जू द्वारा किया गया, जो पहले से मितेश को जान से मारने की धमकी दे चुका था। मितेश गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।

घटना ने एक बार फिर प्रशासन की जिम्मेदारियों और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मितेश भरकुंदिया, जो अपने समाज के उत्थान के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे थे,

हमले के बाद, पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया है और जांच शुरू कर दी है। मितेश की गंभीर स्थिति के चलते उनके बयान लेना संभव नहीं हो सका है, जिसके बाद आरोपियों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।

इस घटना ने न केवल मितेश की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न खड़ा किया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि समाज के उन सदस्यों के प्रति प्रशासन की क्या जिम्मेदारी बनती है, जो जनहित के लिए काम कर रहे हैं। 

प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए और समाज में सुरक्षा का वातावरण सुनिश्चित करे।