जल जीवन मिशन में गंभीर खामियां ! कलेक्टर नाराज 

जल जीवन मिशन में गंभीर खामियां ! कलेक्टर नाराज 

News Right / रतलाम जिले में जल जीवन मिशन के कार्यों में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। कलेक्टर राजेश बाथम ने योजना की समीक्षा में पाया कि पीएचई विभाग द्वारा लक्ष्यों को हासिल करने में उदासीनता बरती जा रही है।

विभागीय आंकड़ों के अनुसार, जिले में 206 उच्च स्तरीय टंकियां, 272 संपवेल निर्माण और 1469 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई गई है, लेकिन कई ग्राम पंचायतों में योजनाओं की टेस्टिंग तक पूरी नहीं हुई है।

कलेक्टर ने इस लापरवाही पर गंभीर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने विभाग को तत्काल प्रभाव से कार्य में तेजी लाने और सभी योजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

                  महत्वपूर्ण बातें:

 जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सभी घरों को नल कनेक्शन उपलब्ध करवाना है।

 जिले के 3 विकासखंडों में 33 पुनरीक्षित योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति मिली है।

 विभागीय लापरवाही के कारण कई ग्राम पंचायतों में लोग अभी भी स्वच्छ पेयजल से वंचित हैं।

कलेक्टर की भूमिका पर सवाल:

हालांकि कलेक्टर ने विभाग को फटकार लगाई है, लेकिन इस पूरे मामले में उनकी खुद की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। कलेक्टर के रूप में श्री बाथम की जिम्मेदारी है कि वह जिले में चल रही सभी विकास योजनाओं पर नजर रखें और समय-समय पर उनकी समीक्षा करें। जल जीवन मिशन जैसी महत्वपूर्ण योजना के कार्यों में इतनी देरी होने के बावजूद कलेक्टर का इस ओर ध्यान क्यों नहीं गया, जब कि यह लोगो के मौलिक अधिकार के साथ साथ मानव अधिकारो का भी सवाल है, तो यह सवाल उठना स्वाभाविक है।