सरकार की करोडो रुपए की योजनाओ के क्रियान्वन में असफल दिखाई देता प्रशासन

सरकार की करोडो रुपए की योजनाओ के क्रियान्वन में असफल दिखाई देता प्रशासन

सरकार के करोडो रुपए की योजनाओ के क्रियान्वन में असफल दीखता प्रशासन 

रतलाम News Right:- भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा नगरीय स्वच्छता को उन्नत करने के लिए साल 2014 में स्वच्छ भारत मिशन शहरी आरम्भ किया गया मध्यप्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) का क्रियान्वयन नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधीन किया जा रहा है। प्रदेश में अभियान अंतर्गत समस्त 378 नगरीय निकायों को खुले में शौच से मुक्त करना, हाथ से मैला उठाने की प्रथा समाप्त करना, शहरी ठोस अपशिष्ट का आधुनिक एवं विज्ञानिक प्रबंधन, स्वच्छता सम्बन्धी व्यवहारों में धनात्मक बदलाव लाना आदि शामिल है लेकिन रतलाम की सिल्वर इन कॉलोनी में निगम की लापरवाही देखा जा सकता है जिसमे कॉलोनी को डेवलप करने के लिए खुले में ही सिवरेज लाइन छूड़वा दी गई अब सवाल यहा है की सरकार अपनी योजनाओ पर करोडो रुपया खर्च करती है लेकिन वही प्रशासन उसके क्रियान्वन में कितनी मेहनत करता है यहा तो कॉलोनी को देख कर अंदाज़ा लगाया जा सकता है |

वही इस कॉलोनी ने प्रशासनिक कार्य प्रणाली पर कई सवालिया निशान खड़े कर दिये है इस कॉलोनी में पिछले 7-8 महीने से स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी है जो बताती है। की कॉलोनी किस तरह डेवलॉप की गई है क्या विधुत विभाग द्वारा अपनी कर्तव्यो का पालन किया गया है साथ ही साथ सीवरेज का ढक्कन खुला पड़ा हुआ है यदि एसी स्थति में कोई घटना घटित होती है तो जिम्मेदार कोन होगा | इसी कॉलोनी में स्वछता के नाम पर सेवरेज लाइन को भी देखा जा सकता है जिसकी जिम्मेदारी खुद देश के प्रधानमंत्री जी ने उठा राखी है इसी कॉलोनी में सीवरेज की गन्दगी को डेवलपर द्वारा खुले में छोड़ दिया गया है उसी तरह इस कॉलोनी के गार्डन को भी देखा जा सकता है जिसमे कई पेड़ पोधो को कटा जा चूका है जंह कल तक बच्चे खेलते थे वंहा आज कचरे का अंबार लगा हुआ है जो पूरी तरह से राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण का उलंघन करता है और निगम की लापरवाही तो खुले तोर पर देखि जा सकती है जिसमे कॉलोनी को आवासी की अनुमति देकर कमर्शियल बना दिया गया फिर भी निगम की आंखे नही खुली ये सभी बाते किसी एक तरफ इशारा करती है प्रशासन को खुल कर इन सभी सवालो के जवाब लोगो को देने चाहिए | 

क्या इस तरह से लोगो के आधिकारो की रक्षा की जा रही है या फिर लोगो को मुलभुत सविधाओ से वंचित रखा जा रहा है।